महिलाओं की तरह मजबूत और आत्मनिर्भर बनने की राह पर अब हमारा रुपया भी निकल पड़ा है। जिस तरह हम हर मुश्किल को पीछे छोड़कर आगे बढ़ती हैं, उसी तरह अब भारतीय रुपया भी अमेरिकी डॉलर के सामने अपनी मजबूती दिखा रहा है।
अभी जो संकेत मिल रहे हैं, उनके मुताबिक डॉलर इंडेक्स में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। सोचिए, जो डॉलर कुछ समय पहले तक ऊँचाइयों पर था, अब वो 100 के नीचे लुढ़क चुका है। यही नहीं, बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि डॉलर इंडेक्स जल्द ही 95 के स्तर तक भी जा सकता है। और अगर ऐसा होता है, तो हमारा रुपया 83 के स्तर तक या उससे भी ज्यादा मज़बूत हो सकता है।
यह तो बिल्कुल वैसा है जैसे जब हमें एक मौका मिलता है, तो हम खुद को साबित कर देती हैं – ठीक वैसे ही अब भारतीय रुपया दुनिया को दिखा रहा है कि वो भी चमक सकता है।
क्या वजह है इस बदलाव की?
अमेरिका और चीन के बीच चल रही तनात
विदेशी निवेशकों का रुझान अब भारत की तरफ बढ़ रहा है – जैसे कोई अच्छी चीज़ देख कर दिल वहीं रुक जाए।
भारतीय रिजर्व बैंक की स्मार्ट पॉलिसी और विदेशी पूंजी का समर्थन भी रुपये की ताकत बन रहा है।
महिलाओं के लिए क्या मायने रखता है ये बदलाव?
अगर आप एक वर्किंग वुमन हैं, घर चलाती हैं, सेविंग्स और इन्वेस्टमेंट्स में दिलचस्पी रखती हैं, या फिर विदेश यात्रा का सपना देख रही हैं – तो ये खबर आपके लिए काफी पॉजिटिव है। मजबूत रुपया आपके खर्चों को थोड़ा कम कर सकता है और आपकी फाइनेंशियल प्लानिंग को बेहतर बना सकता है।
तो अगली बार जब आप डॉलर में कोई ऑनलाइन शॉपिंग करें या कोई विदेशी कोर्स जॉइन करें, तो ज़रा मुस्कुरा लीजिए – क्योंकि अब आपकी जेब पर थोड़ा बोझ कम होने वाला है।